भारत में तैयार फूड जैसे बिस्किट, नमकीन, केक, रस आदि में ट्रांस फैट की मात्रा कम करने का काम भी तेजी से किया जा रहा है. इस मामले में भारत को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है और ट्रांस फैट फ्री होने का टारगेट तय किया गया है|
हम सभी स्वादिष्ट और सेहतमंद खाने को शौकीन हैं और ऐसे में हर कोई जानना चाहता है कि कहां का खाना सबसे अच्छा और बेहतर क्वालिटी का होता है. भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने इस साल के लिए फूड सेफ्टी के आधार पर राज्यों की रैंकिंग जारी की है|
टॉप पर गुजरात और केरल
इस रैंकिंग में खाने की क्वालिटी के मामले में गुजरात, केरल और तमिलनाडु टॉप पर रहे हैं. इसके अलावा छोटे राज्यों में गोवा पहले, मेघालय दूसरे और मणिपुर तीसरे नंबर पर आया है. केंद्र शासित प्रदेशों में जम्मू कश्मीर पहले, अंडमान निकोबार दूसरे और दिल्ली तीसरे नंबर पर है|
ट्रांस फैट फ्री होने का टारगेट
भारत में तैयार फूड जैसे बिस्किट, नमकीन, केक, रस आदि में ट्रांस फैट की मात्रा कम करने का काम भी तेजी से किया जा रहा है. इस मामले में भारत को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया की ओर से इस सर्वे के नतीजे जारी किए है|
भारत के 34 राज्यों के 419 शहरों से 6 तरह के खाने के सैंपल लिए गए थे. कुल 6245 सैंपल टेस्ट किए गए थे जिनमें से केवल 84 सैंपल यानी 1.34% सैंपल में 3 प्रतिशत से ज्यादा मात्रा में ट्रांस फैट मिला. भारत का लक्ष्य अगले स्वतंत्रता दिवस से पहले ट्रांस फैट फ्री होने का है|
ट्रांस फैट यानी आर्टिफिशियल तरीके से हाइड्रोजन को वेजिटेबल ऑयल में बदलने का काम करना. ये वही घी होता है जो आमतौर पर जमा हुआ दिखता है. बिस्किट, रस्क से लेकर केक बनाने में आमतौर पर ट्रांस फैट का इस्तेमाल होता है. ट्रांस फैट मोटापा और शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने के लिए जिम्मेदार माना जाता है|